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दुर्गा पाठ करने की विधि , दुर्गा सप्तशती ,घर में पूजा करने की विधि


दुर्गा पाठ करने की विधि , दुर्गा सप्तशती ,घर में पूजा करने की विधि

आपको दुर्गा पूजा की शुभकामना देते हुए मुझे काफी हर्ष हो रहा है , गत वर्ष की भांति इस वर्ष में सब लोग हर्ष और उल्लास के साथ देवी की पूजा अपने घर में करने की सोच रहे होंगे ? सब लोग अपने परिवार की खुशियाँ और अपनी मन्नतो को  ध्यान में रखकर देवी का पाठ और नो दिनों तक व्रत रखते है I

हम आपको यहाँ पर दुर्गा सप्तशती का किताब जिसमे विभिन मंत्र है आप अपने श्रद्धा और समय के अनुसार कर सकते है I आप दुर्गा पाठ को रोज रोज एक एक अध्याय भी कर सकते है ,इसे पढने से आपकी मनोकामना और आपको परिवार ,धन ,दोलत की रक्षा होती है और आपके दुश्मनों का नाश होता है ,निचे डाउनलोड लिंक पर किताब को डाउनलोड कर सकते है I
नवरात्री पूजा बहुत ही साफ़ मान से करनी चहिये ,इस समय कभी भी तामसी भोजन नहीं करनी चहिये ,अगर आप नो दिन तक वरात रखे तो इससे बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता I
सामग्री
      देव मूर्ति के स्नान के लिए ताम्बे का पात्र ,ताम्बे का लोटा ,जल का कलश ,दूध, देव मूर्ति को अर्पित किये जाने वाले वस्त्र व आभूषण I प्रसाद के लिए फल ,दूध मिठाई ,पंचामृत (दही,दूध,घी,शहद ,शक्कर ),सूखे मेवे ,शक्कर ,पान ,दक्षिणा I गुड़हल के फूल   ,नारियल ,चावल , कुकुम,दीपक,तेल ,रुई, धुपबती I
गणेश पूजन
आपको ज्ञात होगा की सबसे पहले गणेश जी की पूजा होती है ,इनका वर्णन समस्त पुराणों में सुखदाता ,मंगलकारी और मनोवांछित फल देने वाले देव के रूप में किया गया है I भगवान गणेश को वरदान प्राप्त है कि किसी भी शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा अनिवार्य है, बिना श्री गणेश की पूजा के किसी  भी पवित्र कार्य को सम्पुरण नहीं मन जा सकता I इसलिए सबसे पहले किसी भी पूजा को आरम्भ करने के लिए “मंगलम भगवान विष्णु मंगलम गरुडध्वजा ,मंगलम पुण्डरीकाक्षय ,मंगलाये तनो हरी , से आरम्भ करें I
संकल्प
पूजन शुरू करने से पहले संकल्प लें I संकल्प करने से पहले हाथों में जल ,फूल व चावल लें I संकल्प में जिस दिन पूजन कर रहे है उस वर्ष ,उस वर, तिथि ,उस जगह और अपने नाम को लेकर अपनी इच्छा बोंले I अब हाथो में लिए गए जल को जमीं पर चोर दें I
दुर्गा माता की पूजा
सबसे पहले जिस मूर्ति में माता दुर्गा की पूजा करनी है ,उस मूर्ति में माता दुर्गा का आह्वान कर्ण I माता दुर्गा को आसन ग्रहण करवाए I अब माता दुर्गा को स्नान करवाये ,स्नान पहले जल से फिर पंचामृत से और वापिस जल से सनसन कराए I अब माता दुर्गा को वस्त्र अर्पित करें I वस्त्र के बाद आभूषण पहनाएं ,अब पुष्पमाला पहनाये , सुगन्धित इत्र अर्पित करें , तिलक करें , तिलक के लिए कुमकुम का प्रियोग करें ,और प्रसाद रखे, आप चाहे तो रोज अलग अलग भोग रख सकते है I
पूजा के बाद क्षमा  याचना जरूर करें ,कि हे माँ अगर पूजा पाठ में कोई गलती रह गई हो तो मुझे माफ़ करें प्रसाद वितरित करें I  

Download: दुर्गा सप्तशती किताब