नई दिल्ली : भारत के 14वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सोमवार
सुबह सुबह से शुरू हुई वोटिंग जारी है. इस बार राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ
कोविंद और विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार में मुकाबला है. संसद भवन पहुंचकर
सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदान किया. इसके बाद बीजेपी अध्यक्ष
अमित शाह, मुरली मनोहर जोशी
समेत कई नेताओं ने मतदान में हिस्सा लिया.
- बसपा सुप्रीमो
मायावती ने कहा कि कोई भी जीते देश का अगला राष्ट्रपति दलित समाज से ही होगा.
- संसद परिसर में
वोट डालने के लिए लाइन में लगे सांसद, सुब्रमण्यम स्वामी और गिरिराज सिंह भी पहुंचे.
- उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति पद के लिए मतदान किया.
- मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने कहा कि एनडीए प्रत्याशी राम नाथ कोविंद भारी मतों से चुनाव जीत रहे
हैं.
- केंद्रीय मंत्री
उमा भारती, यूपी के उप
मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और योगी कैबिनेट के कुछ अन्य मंत्रियों ने मतदान
किया.
- मध्य प्रदेश
विधानसभा में राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के लिए विधायकों की लंबी लाइन लगी
हुई नजर आई.
संसद भवन के अलावा राज्यों की
विधानसभाओं में सुबह 10
बजे से शाम 5 बजे तक मतदान
होगा. संसद के दोनों सदनों में सांसदों की वोटिंग की व्यवस्था की गई है, वहीं राज्य विधानसभाओं में वहां के
निर्वाचित सदस्य वोट डालेंगे. आंकड़ों में कोविंद का पलड़ा भारी दिख रहा है. मतों
की गिनती 20 जुलाई को दिल्ली
में होगी जहां विभिन्न राज्यों की राजधानियों से मत पेटियां लाई जाएंगी.
संसद भवन के अलावा राज्यों की
विधानसभाओं में सुबह 10
बजे से शाम 5 बजे तक मतदान
होगा. संसद के दोनों सदनों में सांसदों की वोटिंग की व्यवस्था की गई है, वहीं राज्य विधानसभाओं में वहां के
निर्वाचित सदस्य वोट डालेंगे. आंकड़ों में कोविंद का पलड़ा भारी दिख रहा है. मतों
की गिनती 20 जुलाई को दिल्ली
में होगी जहां विभिन्न राज्यों की राजधानियों से मत पेटियां लाई जाएंगी.
कुल मतों की संख्या 10,98,903
निर्वाचक मंडल के कुल मतों की संख्या 10,98,903 है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के
उम्मीदवार को 63 फीसदी से अधिक
मत मिलने की संभावना है. भारतीय जनता पार्टी के सदस्य कोविंद को कुछ क्षेत्रीय
पार्टियों को छोड़कर राजग के करीब सभी घटक दलों का समर्थन प्राप्त है. वहीं मीरा
कुमार को कांग्रेस सहित 17
मुख्य विपक्षी दलों का समर्थन हासिल है.
24
जुलाई को पूरा होगा कार्यकाल
मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का
कार्यकाल इस साल 24 जुलाई को पूरा
हो रहा है. अब तक मुखर्जी समेत 13
लोग इस पद पर रह चुके हैं. इन चुनावों में कुल 4896 मतदाता-4120
विधायक और 776
सांसद - अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिये पात्र हैं. राज्यों की विधान परिषद के
सदस्य विधान पार्षद इस चुनाव में हिस्सा नहीं लेते.
12
नामित सदस्य नहीं डाल पाएंगे वोट
लोकसभा अध्यक्ष जहां इस चुनाव में मत
डाल सकता है वहीं एंग्लो-इंडियन समुदाय से लोकसभा में नामित होने वाले दो सदस्यों
को मतदान का अधिकार नहीं होता है. राज्यसभा के भी 12 नामित सदस्य इन चुनावों में मतदान के अयोग्य होते हैं. यह चुनाव
क्योंकि गोपनीय मतपत्र के जरिये होता है इसलिये पार्टियां अपने सदस्यों को किसी
खास उम्मीदवार के पक्ष में मत डालने के लिये व्हिप जारी नहीं कर सकतीं.
मतगणना 20 जुलाई को
भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के पास
शिवसेना को मिलाकर कुल 5,37,683 वोट
हैं और उसे करीब 12000 और
मतों की जरूरत है. हालांकि बीजद, टीआरएस
और वाईएसआर कांग्रेस से समर्थन के वादे और अन्नाद्रमुक के एक धड़े से समर्थन की
संभावना राष्ट्रपति चुनावों में वोटों की कमी के अंतर को पूरा कर सकती है. मतों की
गणना 20 जुलाई को
राष्ट्रीय राजधानी में होगी और उसी दिन शाम तक परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. नए
राष्ट्रपति 25 जुलाई
को पदभार ग्रहण करेंगे.